RTO ऑफिस का बाबू विवादों में, फर्जी मार्कशीट से नौकरी और वसूली के गंभीर आरोप
आरटीओ ऑफिस के बाबू पर फर्जी मार्कशीट से नौकरी पाने और वसूली के आरोप
बस्ती। आरटीओ कार्यालय में कार्यरत एक वरिष्ठ सहायक बाबू पर फर्जी मार्कशीट के सहारे नौकरी हासिल करने और पंजीकरण के नाम पर अवैध वसूली करने की शिकायत सामने आई है। यह शिकायत करप्शन विभाग सहित कई उच्च अधिकारियों तक भेजी गई है।
शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री, परिवहन आयुक्त, विजिलेंस और एंटी करप्शन विभाग को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि आरटीओ ऑफिस में तैनात वरिष्ठ सहायक विनोद श्रीवास्तव ने जुगाड़ और धोखाधड़ी से अपनी नियुक्ति सुनिश्चित की। बताया गया है कि वे लगभग 13 साल से मंडल के तीनों जिलों में तैनात रह चुके हैं।
आरोप है कि आरोपी बाबू अक्सर दोपहर बाद ही दफ्तर पहुंचता है और उसने अपने कार्यालय में एक दबंग व्यक्ति को बैठा रखा है। उसी के जरिए ई-रिक्शा के पंजीकरण के लिए 1850 रुपये और स्कूली वाहनों के पंजीकरण के लिए 10 हजार रुपये तक की वसूली की जाती है।
यह भी कहा गया है कि अपनी ऊंची पहुंच का इस्तेमाल करते हुए उसने नियमों की अनदेखी कर गृह जनपद में दोबारा पोस्टिंग ले ली है। शिकायत में यह भी उल्लेख है कि वह दबंगई कर आवेदकों से अभद्रता करता है।
इस मामले पर आरटीओ प्रशासन फरीदुद्दीन ने पुष्टि की है कि वरिष्ठ सहायक विनोद श्रीवास्तव के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है। इसकी जांच की जिम्मेदारी आरटीओ प्रवर्तन अधिकारी सुरेश कुमार को सौंपी गई है।
ब्यूरो रिपोर्ट
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